एक सरकारी मुलाजिम दफ्तर के वक्त में करीब की बारबर दुकान पर हजामत करा रहा था कि उसके बॉस ने देख लिया |
बॉस ( कड़क वावज में ) – सरकारी टाइम में बाल कटाता है ?
युवक – साहब बाल उगते भी तो सरकारी टाइम में ही हैं |
बॉस – सारे तो सरकारी टाइम में नहीं उगते हैं |
युवक – साहब में सारे तो नहीं कटवाये मैंने |