हमारे बाथरूम मे जब नहाने का साबुन बिल्कुल छोटा हो जाता है तो हम उसे साबुन दानी में छोडकर नया साबुन निकाल लेते हैं।
जब ऐसा तीन चार बार होता है तो छोटे छोटे साबुन के कई टुकडे इकट्ठे हो जाते हैं।
हम सोचते हैं इसे फेकने की बजाय इसका “गठबंधन” बना दिया जाये फ़िर भी वो गठबंधन वाला साबुन नहाने के काम ना आकर सिर्फ़ टॉयलेट के हाथ धोने के काम आता है ,
बाकी तो आप समझ ही गये होंगे