Preet Singh Leave a comment जब 1984 में सिखों का क़त्लेआम हुआ तब डर नहीं लगा जब 1989-90 में कश्मीर में हिन्दुओं का नरसंहार हुआ तब भी डर नहीं लगा एक आह नहीं निकली एक बयान नहीं दिया आज डर लग रहा हैं ये डर सियासी हैं इस एक्टिंग का भी पेमेंट लिया होगा Copy