कल रात की ही तो बात है।
गुप्ता जी को जरा ज्यादा लग गयी और अपने दोस्त के सामने इमोशनल हो के रोने लगे।
दोस्त, क्या हुआ बे, चढ़ गई…?
गुप्ता जी: यार मेने अपनी बीबी को बड़े धोख़े दिये हैं। मैं बहुत खराब हूँ।
दोस्त : तो मेरे सामने रोने से क्या फायदा, घर जाके भाभी से माफ़ी मांग ले ना।
गुप्ता जी दोस्त की बात मान कर घर गये…
गुप्ता जी: सुनो मैने तुम्हे धोखा दिया है पर आगे से ऐसा नही करूँगा।
भाभी जी: एक शर्त पर माफ़ करुँगी पहले उस कलमुँही का नाम बताओ।
गुप्ता जी: नहीं नाम नहीं बता सकता।
भाभी जी: जरूर वह पिछली गली की सविता होगी बड़ी चालू है….
गुप्ता जी: नही वो नहीं है।
भाभी जी: तो जरूर आगे मोड़ वाली रजनी होगी… उसके बड़े चर्चे है मोहल्ले में…
गुप्ता जी: नहीं।
भाभी जी: ओह तो वो आगे चौराहे वाली सलोनी ही होगी… अभी कल ही पता चला है कई लोगों का आना जाना है उसके यहाँ….
गुप्ता जी: मैं नहीं बता सकता।
भाभी जी: तो जाओ माफ़ी भी नहीं मिलेगी।
गुप्ता जी जब दूसरे दिन दोस्त के पास गए तो दोस्त पूछा: मिल गयी माफ़ी ?
गुप्ता जी: माफ़ी तो नहीं मिली पर
*तीन नई जगह* पता चली है
Men will be Men