कभी किसी अंधे का मजाक ना करे ।।
एक अँधा आदमी एक फाइव स्टार होटल
में गया !
होटल मैनेजर ने उससे पूछा :- ये हमारा मीनू है, आप क्या लेंगे सर?
अंधा आदमी :- मैं अँधा हूँ, आप मुझे
अपनी किचन से, चम्मच को आपके खाने के
आइटम में डुबोकर ला दें, मैं उसे सूंघ कर,
आर्डर कर दूँगा!
मैनेजर को यह सुनकर बड़ा ही आश्चर्य हुआ,
उसने मन ही मन में सोचा कि, कोई आदमी सूंघकर कैसे बता सकता है कि हमने
आज क्या बनाया है, पकाया है !
मैनेजर ने जितनी बार भी, अपने अलग-अलग
खाने के आइटम में, चम्मच डुबाकर,अँधे
आदमी को सुंघाई, अंधे ने सही बताया कि वो क्या है,और अँधे ने सूंघ कर ही खाने का आर्डर
किया !
हफ्ते-भर यही चलता रहा.
अँधा सूंघकर, आर्डर देता और
खाना खा करचला जाता
एक दिन मैनेजर ने, अँधे आदमी की परीक्षा लेने
की सोची कि यह सब एक अँधा आदमी सूंघकर कैसे बता सकता है ?
.
मैनेजर किचन में गया और
अपनी पत्नी मीना से बोला कि, तुम
चम्मच को अपने होठो से गीला कर दो !
मीना ने चम्मच को अपने होठों पर रगड़
कर चम्मच मैनेजर को दे दी!
मैनेजर ने वो चम्मच अँधे आदमी को ले जा कर
दी और बोला, बताओ आज हमने क्या बनाया है ?
.
अँधे आदमी ने चम्मच को सूंघा और बोला :-
……………
…………….
ओह मायी गोड! मेरी क्लासमेट
मीना यहाँ काम करती है !
मैनेजर अभी तक
बेहोश है