Preet Singh Leave a comment एक दिन आर्यभट्ट बैठे-बैठे उस दोस्त या रिश्तेदार का नाम गिन रहे थे 🙁 जो बुरे वक्त पर काम आये…. बस वहीं शून्य की खोज हुई। Copy