Preet Singh Leave a comment गुरू जी , मुझे बताईए मैं कैसे अपने अंदर झाँकूँ ? कैसे अपनी कमियाँ ढूँढूँ ? वत्स बहुत आसान है , शादी कर लो। तुम्हारी पत्नी न केवल तुम्हारी, बल्कि तुम्हारे पूरे ख़ानदान की कमियाँ इतनी बार गिनवाएगी कि तुम्हें याद हो जाएँगी ।। Copy