एक मुक़दमे की सुनवाई होने जा रही थी दोनों तरफ के गवाह भी पहुँच चुके थे जज ने वकीलों को कार्यवाही बढ़ाने को कहा तो पहले वकील ने गवाह को पूछते हुए कहा, गवाह एक काफी बूढी औरत थी!
वकील ने उससे पूछा क्या आप मुझे जानती है?
क्यों? हाँ जानती हूँ! अच्छी तरह से मैं तो तुम्हें तब से जानती हूँ जब से तुम जवान हुए हो और एक बात सच बोलती हूँ कि तुमने मुझे बहुत निराश किया तुमने अपनी पत्नी से झूठ बोला उसे धोखा दिया लोगों को ठगा और उसकी पीठ पीछे बुराई की तुम अपने आप को बहुत बड़ा आदमी समझते हो पर तुम्हारे पास कभी भी दूसरों को देने के लिए इन दो कौड़ी के पेपरों के अलावा कुछ नहीं!
हाँ मैं तुम्हें जानती हूँ!
ये सुनकर वो वकील हैरान हो गया उसे यही पता नहीं लग रहा की वो क्या करें उसने दूसरी तरफ हाथ दिखाते हुए पूछा मैडम क्या आप मिस्टर बंता को जानती हैं, जो दूसरे पक्ष के वकील है?
वो फिर कहती हैं क्यों नहीं जानती! मैं मिस्टर बंता को बचपन से जानती हूँ ये बहुत सुस्त, हट्टी होता था पर अब तो इसको एक और समस्या भी है पीने की ये किसी के साथ भी सामान्य व्यवहार नहीं रखते और इनकी लॉ प्रैक्टिस तो इस राज्य में सबसे बुरी है कहना तो नहीं चाहिए पर इसने अपनी पत्नी के साथ और तीन महिलाओं को धोखा दिया है और उनमें से एक तुम्हारी बीवी है!
हाँ मैं इसे जानती हूँ!
दूसरे पक्ष वाले वकील की तो जैसे जमीन के नीचे से मिटटी खिसक गई वो तो लगभग मर ही गया था!
जज ने उन दोनों वकीलों को अपने पास बुलाया और चुपके से कहा कमीनों अगर तुमने इस औरत को ये कहा कि वो मुझे जानती है तो तुम दोनों को इलैक्ट्रिक चेयर पर बिठा दूंगा