Jonathan Leave a comment _*कल भंडारे में एक लड़की लाइन दे रही थी। मेरे अंदर का भक्त जागा हुआ था।*_ _*मैने इग्नोर कर दिया।*_ . . . . . . . . . . _*लेकिन अब उसकी याद आ रही है।* Copy