मेडिकल स्टोर के बाहर रोनी
सी सुरत बनाए एक व्यक्ति दीवार से पीठ सटाए खड़ा था…
मेडीकल स्टोर का मालिक आया और उसे देखते हुए दुकान के अंदर जाकर अपने स्टाफ से पुछा, “कौन है रे, वो आदमी..?”
स्टाफ : अरे मालिक, वो खांसी की दवा मांग रहा था, मैंने ढूंढा मगर मुझे नहीं मिला तो मैंने उसे जूलाब की हैवी गोलियों वाला डोज उसे दे दिया….
दुकानदार (स्टाफ पर भड़कते हुए बोला) : अबे, तु दिमाग से पैदल है क्या..?
खांसी की दवा के बदले उसे तुने जूलाब की गोलियां क्यूं दी, अरे उससे उसे क्या फायदा होगा…?
स्टाफ : ध्यान से देखिए मालिक…
फायदा हुआ है, अब उसे कितनी भी खांसी आए लेकिन उसे अब खांसने की हिम्मत नहीं हो रही…!!