Preet Singh Leave a comment घुंघरू कीआवाज़ दिन में सुनायीं दे, तो कितनी मधुर लगती है… . . मगर वही आवाज अचानक रात को सुनायी दे जाये, तो… हनुमान चालीसा याद आ जाता है..! 😂 Copy