कहते हैं कि…
मां-बाप के *कर्मों का फल*
संतान को *भुगतना ही* पड़ता है।
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
..
.
.
लेकिन कभी-कभी *इसका फल*
*दामाद को भी* भुगतना पड़ता है !!
Related Posts
टीचर – नमकहरामी किसे कहते हैं एक परफेक्ट उदाहरण दीजिये। छात्र – sir आउल बाबा की चाटने वाले जिओ का Continue Reading..
Santa In ShoP: Kafi Der Gifts Dekhne Ke Bad Santa Ne Ek Gift Ke Taraf ishara Kar Ke Pocha…. ” Continue Reading..
चटनी सिंह : वह लड़की कितनी सुंदर है भड़ता प्रशाद : मुझे इसका नाम पता है चटनी सिंह : अच्छा Continue Reading..
एक कड़वा सत्य . एक औरत जब गुस्सा हो जाती है तो एक घंटे में सब कुछ Continue Reading..
नवाज शरीफ का कॉल था… अटल जी अपनी सेनाएं वापिस बुलाएं नही तो परमाणु हमले के लिए तैयार रहें….. अटल Continue Reading..
आज का घंटा ज्ञान: छुप के करने वाला काम कभी सच्चा नहीं होता। . . . . . . . Continue Reading..
बचपन की ये घटना थोड़ी लंबी ज़रूर है मगर है काफी रुचिकर 9th में हम Geography की कॉपी नहीँ Continue Reading..
आज तो गूगल ने भी धमकी दे दी कि . . .तुम्हारा अकाउंट बंद कर देंगे.. . .अगर फिर से Continue Reading..