Preet Singh Leave a comment जज- तुम्हारा जुर्म साबित हो चुका है, कल तुम्हे फांसी पर लटकाया जाएगा । चटनी सिंह- वो तो ठीक है, पर उतारा कब जाएगा ? मुझे दुकान भी तो खोलनी है । Copy