एक रात को रघु अपने बेटे को गुड नाईट बोलने के लिए गया तो उसने देखा उसका लड़का बहुत घबराया हुआ है।उसने कोई बुरा सपना देखा था जिससे वो काफी घबरा गया था।
रघु (बेटे से) : क्या तुम ठीक हो ?
बेटा : मुझे बहुत डर लग रहा है क्योंकि मैंने सपने में देखा की मेरी आंटी मर गयी है।
रघु : तुम्हारी आंटी बिलकुल ठीक है, अब तुम आराम से सो जाओ।
अगले दिन पता चला कि आंटी मर गयी।
कुछ दिनों के बाद रघु फिर से अपने बेटे को गुड नाईट बोलने के लिए गया, उसने देखा उसका बेटा फिर से घबराया हुआ था।
रघु : सब कुछ ठीक तो है न ?
बेटा : मैंने सपने में देखा कि मेरी दादी मर गयी हैं।
रघु : दादीजी बिलकुल ठीक है, अब तुम आराम से सो जाओ।
अगले दिन सच में ही दादी मर गयी।
रघु एक हफ्ते के बाद फिर से बेटे को गुडनाईट बोलने के लिए गया तो देखा की बच्चा बहुत डरा हुआ है।
रघु : क्या हुआ ?
बेटा : मैंने सपने में देखा कि डैडी मर गए हैं।
रघु : ऐसा नहीं है बेटा, देखो मैं ठीक हूँ। अब तुम आराम से सो जाओ।
उस रात रघु अपने बिस्तर पर गया लेकिन उसे नींद नहीं आयी, वो बहुत घबरा गया था।
अगले दिन रघु अपने आप को बचाने लगा, उसे पूरा विश्वास था की वो मर जाएगा।
ऑफिस जाते हुए उसने गाड़ी बहुत सावधानी से चलायी, वो सारे काम बड़ी सावधानी से कर रहा था। डर के मारे उसने लंच भी नहीं किया कि कहीं पेट ख़राब होने से वो मर न जाये। वो जरा सा भी शोर सुनकर डर जाता और टेबल के नीचे छिप जाता, पूरा दिन वो ऐसे ही डरता रहा।
शाम को जब वापिस आया तो दरवाजे पर उसकी बीवी प्रिति खड़ी थी।
रघु (हाँफते हुए) : मैं तुम्हें बता नहीं सकता कि आज का दिन मेरे लिए कितना बुरा था।
प्रिति : तुम्हें लगता है तुम्हारा दिन बुरा था ?
तुम्हें पता है,
आज सुबह यहाँ सीढ़ी से फिसल कर दूधवाला मर गया।