एक आदमी पहाड़ी के रास्ते से जा रहा था, अचानक उसको एक आवाज आयी, रुको…!
वो रुक गया और जैसे ही वो रुका उसके सामने एक बड़ी सी चट्टान गिरी… और वो बाल बाल बच गया…!
उसने ‘आवाज’ का शुक्रिया किया और आगे बढा…!
कुछ देर बाद फ़िर वही आवाज आयी, रुको…!
वो रुक गया, तभी उसके बगल से एक कार बड़ी तेजी से गुजर गयी और वो फिर से बाल बाल बच गया…!
उसने फ़िर ‘आवाज’ का शुक्रिया अदा किया और पूछा: आप कौन हैं भाई, जो बार बार मेरी जान बचा रहे हैं…!
आवाज आयी: हिफाजत करने वाला फरिश्ता…!
उसने दोबारा शुक्रिया अदा किया और रोते हुए पूछा: शादी के वक्त आप कहां थे भाई…?
जवाब आया: आवाज़ तो उस वक्त भी लगाई थी… लेकिन ‘डी.जे.’ बज रहा था…!