दीपावली पर एक छोटी सी अपील: कृपया पटाखे छोड़े क्यों की ये त्यौहार ही पटाखों का है
रही बात पर्यावरण की एक दीवाली की रात बारूद की महक से सारे मच्छरो और कई कीड़ों का सफाया हो जाता है
सालभर एयर कंडिशन्ड रूम में बैठकर ओजोन लेयर की ऐसी तैसी करने वाले कृपया दीपावली पर आतिशबाजी न करने की सलाह न दें….मिडिया और पर्यावरण के रखवालो को पर्यावरण बचाने की याद सभी हिन्दू त्यौहारो पर ही आती है।
जम के पटाखे छुड़ाइये, दिवाली है,
कोई ” नवाज़ शरीफ” का अंतिम संस्कार नही है जो मातम मनाएं, बाकि के 364 दिन है पर्यावरण के लिए…
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*सभी ज्ञानचंद रायचंद. खामोश रहे।🙄🙄🙄*
बम पटाखे का आनंद लीजिये। …..
इससे डेंगू
चिकनगुनिया के मच्छर मरेंगे यह स्वास्थ्य
वर्धक है …
जिसे प्रदुषण की बहुत
चिंता है …..
वो सबसे पहले अपनी गाडी बेचे और
साइकिल का इस्तेमाल करे !