Preet Singh Leave a comment “पत्नी – तुम उस औरत को इतना घूर क्यो रहे हो ! समझदार आदमी…. . . . मै सोच रहा हूँ कि ये “बनारसी साडी” तुम पर कितनी अच्छी लगती ना…! Copy