नेता का बेटा अपने पिता से बोला, “पापा मुझे भी राजनीति में आना हैं, मुझे कुछ टिप्स दो।”
नेता: बेटा, राजनीति के तीन कठोर नियम होते हैं।
“चलो पहला नियम समझाता हूँ”, यह कहकर नेता जी ने बेटे को छत पर भेज दिया और ख़ुद नीचे आकर खड़े हो गए।
नेता जी: छत से नीचे कूद जाओ।
बेटा” पापा, इतनी ऊंचाई से कुदूंगा तो हाथ पैर टूट जायेंगे।
नेता जी: बेझिझक कूद जा, मैं हूँ ना, पकड़ लूँगा।
लड़के ने हिम्मत की और कूद गया, पर नेताजी नीचे से हट गए।
बेटा धड़ाम से ओंधे मुंह गिरा और कराहते हुए बोला, “आपने तो कहा था मुझे पकड़ोगे, फिर हट क्यों गए?”
नेता जी: ये हैं पहला सबक “राजनीति में अपने बाप का भी भरोसा मत करो।”.