पचास दंड-बैठक लगाने के बाद, (शीशे के सामने खड़ा होकर अपने एब्स देखते हुए) पती पत्नी से बोला- *”देखे मेरे एब्स….???”*
पत्नी ने उत्तर दिया- *”जबसे शादी हुई है, तुममें ऐब ही ऐब देखे हैं मैंने…. ऐबों के अलावा तुममें है ही क्या…??? फर्क सिर्फ इतना आया है कि अब वो ऐब, तुम्हें ख़ुद भी दिखने लगे हैं….!!!”*