Preet Singh Leave a comment दरिया ने झरने से पूछा तुझे समन्दर नहीं बनना है क्या..? झरने ने बड़ी नम्रता से कहा बड़ा बनकर खारा हो जाने से अच्छा है छोटा रह कर मीठा ही रहूँ Copy