Sahil Saxena Leave a comment लोगो से कह दो हमारी ….., तकदीर से जलना छोड दे, हम घर से दवा नही माँ की …..,दुआ लेकर निकलते है . . कोई ना दे हमे खुश रहने की ….., दुआ तो भी कोई बात नही, वैसे भी हम खुशियाँ रखते नही …..,बाँट दिया करते है Copy