~ Meri Zindagii Ke Taliban Ho Tum Be’Maqsad Tabahi Macha Rakhii Haii ..’
*तलब ये है कि…. मैं सर रखूँ तेरे सीने पे* *और तमन्ना ये कि….मेरा नाम पुकारती हों धड़कनें तेरी*
मंजिल नजदीक ही थी कि बीच में तूफ़ान आ गया …!! फिर जो मुझ पर गुज़री वो किनारों से पूछ Continue Reading..
हमारे कत्ल के लीऎ तो मीठी जुबांन ही काफी है… अजिब शक्स थे वो जो खंजर तलाश रहे थे..!
बेहद हदें पार की थी हमने कभी किसी के लिए, आज उसी ने सिखा दिया हद में रहना….!!
सांसों के सिलसिले को ना दो ज़िन्दगी का नाम, जीने के बावजूद भी मर जाते हैं कुछ लोग !!
छू जाते हो तुम 👈 मुझे हर रोज एक नया ख्वाब 👼 बनकर ये दुनिया तो खामखां कहती है कि Continue Reading..
नजर वालो को हिन्दू और मुसलमान दिखता है. . . मेँ अंधा हूँ साहब, , मुझे हर शख्स मे इँसान Continue Reading..
काश में लौट जाओ बचपन की वादियो में जहाँ कोई न जरूरत थी और ना कोई जरुली था
Hiii
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