-Unhe Jhooth Bolney Ki Aadat Thii, Aur Humeiin Yaqeen Karney Ki .. ‘
एक बात बता😑 तुमने मेरे बगैर भी, जी कर दिखा दिया, अब सवाल ये है कि “दिल” का क्या हुआ
सच के रास्ते पे चलने का.. ये फ़ायदा हुआ, रास्ते में कहीं भीड़ नहीं थी ।
आज रुठा हुआ इक दोस्त याद आया, अच्छा गुजरा हुआ कुछ वक्त बहुत याद आया।
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की. हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे
मुझे रिश्तो की लंबी कतारोँ से मतलब नही , कोई दिल से हो मेरा, तो एक शख्स ही काफी है..।
पत्थर भी मारोगे तो भर लेंगे झोली अपनी … हम यारो के तोहफ़े कभी ठुकराया नही करते
“”कुछ तो रहम कर ए-संग दिल सनम, इतना तङपना तो लकीरों मे भी न था..
अगर मेरी माँ और उसकी होने वाली बहू मेरे साथ है, तो इस कमबख्त दुनिया की मेरे सामने क्या औकात Continue Reading..
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