इक झलक जो मुझे आज तेरी मिल गयी मुझे फिर से आज जीने की वजह मिल गयी
वो मेरी होगी तो लौट आएगी एक दिन मेरे पास, हम जिसे प्यार करते है उसे कैद नहीं करते !!
कुछ दस्तकें, नींद तोड़ने आती हैं और कुछ… सिर्फ दिल।
तेरा नाम था आज किसी अजनबी की जुबान पे… बात तो जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया…
Zindagi ha so guzar rahi hai warna, Hamein guzray to zamany howey…!!!
काश में लौट जाओ बचपन की वादियो में जहाँ कोई न जरूरत थी और ना कोई जरुली था
“तुम्ही आकर थाम लो ना मुझे .! बाबू सब ने छोड़ दिया है मुझे तेरा समझकर ..!!”
इतना टूटा हूँ के छूने से बिखर जाऊँगा, अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊँगा
~ Gham-e-Khaas Par Kabhi Chup Rahe .. Toh’ Kabhi Ro Diye Gham-e-Aaam Par .. ^
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