ये शहर आजकल वीरान पड़ा है, सुनने में आया है कि, उनकी पायल खो गयी है।
दिल में जोर से दस्तक दे रहा है कोई… लगता है यादों के आने का वक़्त हो गया..
Apni halat ka khud ehsaas nahi h mujhko maine auro se suna hai ki pareshan hu mein
दिल मेरा भी कम खूबसूरत तो न था, मगर मरने वाले हर बार सूरत पे ही मरे !!
तोड़ दिये मैंने घर के सारे ही आईने, क्यूंकि इश्क में हारे हुए लोग मुझे बिल्कुल पसंद नहीं ।।
बेहद हदें पार की थी हमने कभी किसी के लिए, आज उसी ने सिखा दिया हद में रहना….!!
Apni halat ka khud ehsaas nahi h mujhko maine auro se suna hai ki pareshan hu mein.
माँ तो माँ है जो पहेचान ही लेती है,* *की आँखें सोने से लाल है या रोने से !!
Udasiyo ki vajah to bhut mil jati hai… . . . . . . . . . . . . Continue Reading..
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