Tumhain tarteeb dy raha hon main, Mery andar bikhar gaye ho tum…!!!
तुम साथ हो तो मुकद्दर पे हकुमत हैं अपनी। बिन तेरे ज़िन्दगी की औकात ही क्या हैं।।
बहुत देर तक मेरे साथ रहा करती है…. ये जो ख़ामोशी है न तेरी…. बहुत कुछ कहा करती है….!!
समय के एक तमाचे की देर है प्यारे मेरी फकीरी क्या, तेरी बादशाही क्या
गलतफहमी में जिंदगी गुजार दी, कभी हम नहीं समझे कभी तुम नहीं समझे….!!
उन्हें वहम है कि बस मुँह फेरकर भुला पाएँगे हमें …. कोई समझाए कि आँखें मूँदने से रात नहीं हुआ Continue Reading..
सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा , जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है
Beth jata hon khaak par aksar Apni aoqat achi lagti hai mujhy…!!
ना चंपा ना पारो आपना तो एक ही ऊसूल है हर लडकी पे लाईन मारो…
Koleti
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