फिर से बुनने लगे ख्वाब एक नया, जाने कबतक ये सिलसिला चले इंतजार का
वो जो मुझे हँसते हुए देख कर खुश समझते हैं , वो अभी मुझे समझे नहीं।
-Janey Kiis Umer Mein Jayegii Yeh Adat Apnii, Roothna Us’Se To Auron Se Ulajhte Rehna .. ‘
जा और कोई ज़ब्त की दुनिया तलाश कर ऐ इश्क़ हम तो अब तेरे काबिल नहीं रहे।
काश मेरा घर तेरे घर के करीब होता, बात करना ना सही, देखना तो नसीब होता
मेरी आँखों में मत ढूंढा करो खुद को पता है ना.. दिल में रहते हो खुदा की तरह
doob si gai hai gunaho mai meri zindagi eY RAB……. karde rehmat mujh par bhi kahen gunahgaar hi na mar Continue Reading..
तुम्हारा जिक्र ,तुम्हारी फिक्र, तुम्हारा एहसास… तुम खुदा नहीं फिर, हर जगह मौजूद क्यों हो
इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो जब वो राह में कभी, यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे।
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