फिर से बुनने लगे ख्वाब एक नया, जाने कबतक ये सिलसिला चले इंतजार का
उसको भूल जाने की कसम तो खाता हूँ मैं, फिर टपक पड़ते है आँसूं और कसम टूट जाती है !!
मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशें अधूरी हैं… . मगर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां Continue Reading..
अगर आप अपनी रोटी अच्छी पका रहे है तो, #मक्खन लगाने वाले अपने आप आपके पास आ जाएँगे.
मुझ पर इलज़ाम झूठा है…. _यारों…_ मोहब्बत की नहीं..हो गयी थी….!!
Har Baar Ilzaam Hum Par Hii Lagana Accha Nahii, Waffa Khud Se Hoti Nahi Khafa Hum Sey Ho Jatey Ho Continue Reading..
Roj kehti hun bhul jaungi use, magar na jane kyun yeh baat roj bhul jati hun..!!
बारिश की बूंदों में झलकती है तेरी तस्वीर, आज फिर भीग बैठे तुझे पाने की चाहत में !! >
तु मिल गई है ताे मुझ पे नाराज है खुदा, कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है..!!
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