~Woh Ek Shakhs Zindagi Jaisa, Aur Woh Hii Merii Zindagi Mein Nahi ..’
जनाज़ा इसीलिए भारी था उस गरीब का…!! क्योकि वह सारे अरमान साथ लेकर चला गया…!!
मेरे विचार से झूठा वादा करने से विनम्र इन्कार करना अच्छा है
*मैंने माँगा था थोड़ा सा उजाला अपनी ज़िन्दगी में* *चाहने वालो ने तो आग ही लगा दी…!
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह.. फिर हल्का सा मुस्कराया, और कहा, मोहब्बत की थी ना… Continue Reading..
झूठ कहूँ तो लफ़्ज़ों का दम घुटता है, सच कहूँ तो लोग खफा हो जाते हैं..
कौन कहता है कि दिल सिर्फ सीने में होता है उसको लिखूँ तो मेरी उंगलियाँ भी धड़कती है..!
वफ़ा का तो वजूद ही नहीँ रहा यारो किस्से भी उन्ही के हैं जो बेवफा हैं।
हम ने भी कह दिया उनसे की बहुत हो गयी जंग बस.. बस ए मोहब्बत तुझे फ़तेह मुबारक मेरी शिक्स्त Continue Reading..
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