जो भी आता हे समजा के चला जाता हे………. पर कोई समझने वाला नही मिलता
इश्क में तेरे मरने का इरादा नहीं…..! प्यार है तुमसे पर जिन्दगी से ज्यादा नहीं.!! 🙂
तमननाओ की महफिल तो हर कोई सजाता है पर . पुरी उसी की होती जो तकदीर लेकर आता है
छोडना पडा उन्हे इतनी मोहब्बत कर के भी, मैंने ‘उन्से’ प्यार किया था, उन्के बदलते हूए ‘चेहरो’ से नहीं….
Wo royea zaroor hoga, Khali kagaz dekh kar, Zindagi kaisi beet rahi hai,Poocha tha jawab mein..
Barbaad Hue Badnaam Hue Ek Teri Tamanna Ki Khatir….. Ye Duniya To Hamari Ho Na Saki, Ek Tum To Hamare Continue Reading..
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है.
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ, अगर थाली की वो एक रोटी तेरे हाथ की होती
हम तो खुशियाँ उधार देने का कारोबार करते हैं, कोई वक़्त पे लौटाता नहीं, इसलिए घाटे में हैं !!
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