असल मे वही जीवन की चाल समझता है जो सफर की धुल को भी गुलाल समझता है
यकीन मानो रिश्ता तोड़कर एक बार रोना….. रिश्तें में रहकर रोज रोज रोने से लाख गुना बेहतर होता है….
वो मेरा हमसफर भी था वो मेरा राहगुजर भी था, मंजिलें ही एक न थीं, दरमियाँ ये फासला भी था।
~Suno ! December Ki Sard Hawao’n Ki Qasam Mujhe Tum Zehar Lagtey Ho ..’
बुराई को खत्म करने निकले तो अच्छाई चार कदम ओर आगे निकल गई…
*आज वक़्त आपका हैं, तो इसका मतलब ये नहीं के *कल भी तुम्हारा होगा,
दोस्तों ने हमें कूटा , दुश्मन में कहाँ दम था, पिट पिट के भी हँसता रहा, मैं इतना बेशरम था
कोई रूह का तलबगार मिले तो हम भी महोब्बत कर ले यहाँ दिल तो बहुत मिलते है,बस कोई दिल से Continue Reading..
आज तो दिल भी धमकियाँ दे रहा है।। कर याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *