झूठ कहूँ तो लफ़्ज़ों का दम घुटता है, सच कहूँ तो लोग खफा हो जाते हैं..
लोग कहते हैं कि मेरी पसंद खराब है, 🙍 लेकिन फिर भी मैं तुम्हें पसंद करता हूं.
~ Marham Na Sahii Ek Zakham Hii Dedo, Mehsoos Toh Ho Ke Bhule Nahii Ho Tum .. ‘
चेहरे अजनबी हो भी जायें तो कोई बात नहीं लेकिन, रवैये अजनबी हो जाये तो बड़ी तकलीफ देते हैं…….!!
जुबां तीखी हो तो खंजर से गहरा जख्म देती है,😰 और मीठी हो तो वैसे ही कत्ल कर देती है.
चाँद तारों में नजर आये चेहरा तेरा… जब से मेरे दिल पे हुआ है सनम पहरा तेरा.
Itna asaan nahin tha mujh ko bhulaana, Uss ne khud ko ganwaa diya ho ga..
कुछ गुनाह तो तेरे भी होंगे, तभी खुदा ने मुझे तुझसे जुदा कर दिया. .
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में, जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
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