साँस तो लेने दिया करो… आँख खुलते ही याद आ जाते हो..
कोई नहीं बचाकर रखना चाहता है यादें जान से प्यारे खत बेरुखी से जलने लगे हैं !!
छोटे थे तो सब नाम से बुलाते थे, बड़े हुए तो बस काम से बुलाते है
मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने वाला अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता…
किसी से जुदा होना इतना आसान होता तो, रूह को जिस्म से लेने फ़रिश्ते नहीं आते..!!
जिँदगी से आप जो भी बेहतर से बेहतर ले सको ले लो क्योकि जिँदगी जब लेना शुरू करती है तो Continue Reading..
Us Ke Ik Ik Lamhe Ki Hifazat Karna, AY KHUDA Masoom Saa Chehra Hai Udaas Ho To Achaa Nhi Lagta…!!!
”ना जाने क्यों वो फिर भी इतना प्यार करती है मुझसे… ”’मैंने तो कभी माँ को गुलाब का फूल नहीं Continue Reading..
तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा ग़ालिब.. चाँद कहता रह गया, मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ
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