तकलीफ कि इन्तेहा तो तब है, जब लोग जिंदा रहे और रिश्ते मर जाये…
वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए.. मैं मरता ही क्यूँ अगर वो थोडा रो देती मुझे Continue Reading..
ना किया करो कभी किसी से दिल दुखाने वाली बात, सुना है दिल पे निशाँ रह जाते हैं सदियो तक.
Us pgli ko kya pta jis mandir me vo meri maut ki duaa karti hai.. us mandir me jaan girvi Continue Reading..
तमननाओ की महफिल तो हर कोई सजाता है पर . पुरी उसी की होती जो तकदीर लेकर आता है
यही सोच कर उसकी हर बात को सच मानते थे, के इतने खुबसूरत होंठ झूठ कैसे बोलेंगे.
नही थी मेरे हाथों में उसे पाने की लकीर चीर दिया पूरा हाथ एक लकीर बनाने के लिए
झुका लेता हूँ अपना सर हर मज़हब के आगे, पता नहीं किस दुआ में तुझे मेरा होना लिखा हो..
पता नहीं कैसे उसने मुझे छोड़ दिया, वो तो कमीनी…किसी के 5 रू. भी नहीं छोड़ती थी.
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