“सूखे हुए दरिया से इक नाव लगी कहने, अपना भी जाने अब किस बात से रिश्ता है
मर जाने के लिये थोडा सा जहर काफी है पर जिन्दा रहने के लिए काफी सारा जहर पीना पडता है
मौहब्बत की मिसाल में,बस इतना ही कहूँगा । बेमिसाल सज़ा है,किसी बेगुनाह के लिए ।
ना शौक दीदार का ना फिक्र जुदाई की, खुशनसीब हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते !!
कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये
परेशानी का कोई पैमाना नही होता साहब| मै तो ये सोचकर भी परेशान हो जाती हूँ कि कमिटी(committee) की स्पेलिंग Continue Reading..
आजकल लाखों मिन्नतें करने के बाद भी इच्छा पूरी नहीं होती और बचपन में पलक का टूटा बाल फूंक से Continue Reading..
बड़ी हिम्मत दी उसकी जुदाई ने मुझे, अब ना किसी को खोने का डर, ना पाने की चाहत।
Barbaad Hue Badnaam Hue Ek Teri Tamanna Ki Khatir….. Ye Duniya To Hamari Ho Na Saki, Ek Tum To Hamare Continue Reading..
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