सुनो ना….हम पर मोहब्बत नही आती तुम्हें, रहम तो आता होगा?
Ye jO hum bOlty nhi hain na .. Ye asal men ,tmhen, sunaty hain”
जारी है मेरी कलम से स्याही का रिसना….. बस तुम दर्द देने का सिलसिला बरकरार रखना !
हर ख़ता माफ़ कर दुंगा सिर्फ इतना बता दे, . क़ि तुमने मुहब्बत के लिये मुझे ही क्यों चुना
दोनों साथ गये हैं वक्त बिताने डिनर पर.. बातें मगर उनसे.. मोबाइल कर रहा है!
*न जाने कैसी “नज़र” लगी है “ज़माने” की…* कमब्खत *”वजह”* ही नही मिलती *”मुस्कुराने”* की.
Koi paband muhabbat hi bta skta hai ___ Ek deewany ka zanjeer se rishta kya
Dard Ho Dil Mein To Dawa Kijiye. Dil Hi Jab Dard Ho To Kyaa Kijiye.
~Seene Ke Andr Kuch Toot Sa Geya, Haii Dua Kro Kahii Woh Dil Na Ho .. ‘
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