नाज़ुक लगते थे जो हसीन लोग, वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले.
उन्हें देखने सो जो आ जाती है चेहरे पे रौनक, वो समझते हैं की बीमार का हाल अच्छा है ..
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया… अफसोस तो ये हे की मेरा यकीन तुम पर था किस्मत Continue Reading..
दुपट्टा क्या रख लिया सर पे,वो दुल्हन नजर आने लगी…!! उनकी तो अदा हो गई और जान हमारी जाने लगी…!!
तुम्हारे हर सवाल का जवाब मेरी आँखों में था और तुम मेरी जुबान खुलने का इंतज़ार करते रहे।
मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाना
किसी ने धूल क्या झोंकी आखों में, पहले से बेहतर दिखने लगा है.
सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..
हम समझदार भी इतने हैं के उनका झूठ पकड़ लेते है … और उनके दिवाने भी इतने के फिर भी Continue Reading..
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