जरा तो शर्म करती तू पगली. मुहब्ब्त चुप चुप के और नफरत सरे आम.
उसे हमारी याद तब ही आती है जब उसके पास कोई और बात करने के लिए ना हो ।।।।
मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए , वो मुस्कुरा भी न पाया अमीर होते हुये ।।
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो, मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…!!
Someone asked me, How’s life….? I just smiled and replied, She’s fine
Gf को तो लोग यूँ ही बदनाम करते है, तकलीफ तो उसका Best Friend देता है
नींद छीन रखी है उसकी यादों ने, गिला उसकी दूरी से करें या अपनी चाहत से !!
itna na yad aao ki rat bhar so na sake, subhe ko surkh ankhon ka sabab puchte hai log.
आज गुमनाम हूँ तो ज़रा फासला रख मुझसे… कल फिर मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता निकाल लेना..!!
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