मुझे फर्क नहीं पता अपनो और गैरो का, हर कोई हँसा है मुझे रोता देखकर
हर रोज़ खा जाते थे वो कसम मेरे नाम की, आज पता चला की जिंदगी धीरे धीरे ख़त्म क्यूँ हो Continue Reading..
नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से ऐ खुदा… तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान Continue Reading..
मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू, कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!
मुद्दते हो गई चुप रहते.. कोई सुनता तो हम भी कुछ कहते…!!!
शांखो से टूट जाये वो पत्ते नही हे हम , इन आंधीयों से केहदो जरा अपनी औकात में रहे ।
Bohot dard hua mujhe jab usne kaha.. . . Jaa raha hun main tum apna khyal rakhna.
ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगें.. तुम बस मेरे दिल में रहो, यहाँ कोई आता जाता नहीं
दुआ करो की..मैं कोई रास्ता निकाल सकूँ… तुम्हे भी देख सकूँ…खुद को भी सम्भाल सकूँ….
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