तू मुझे भुलाने की कोशिश तो कर, पल पल याद आऊँगी खुशबू की तरह
हम गुम थे एक खयाल में इस कदर खुद को ढूंढने का वक्त ही नहीं मिला
यकीन मानो रिश्ता तोड़कर एक बार रोना….. रिश्तें में रहकर रोज रोज रोने से लाख गुना बेहतर होता है….
उसे अपना कहने की बड़ी तमन्ना थी दिल मे, इससे पहले बात लबो पर आती वो गैर हो गये ॥
Hote hain shayad sirf nafrat mein hi pakke rishte, Warna ab to tan se libaas utarne ko mohhabat kehte h
Ye To Dil Tha Deewana Jo Tum Par Aa Gaya, Warna Hum Zindgi Daaw Pe Lagaya Nahi Karte…!
मुझे मालूम था के लौट के अकेले ही आना है, फिर भी तेरे साथ चार कदम चलना अच्छा लगा..
सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनो पर भी शक करना मेरी फितरत में तो गैरों पर भी भरोसा करना था..!!
*बेनाम ही रख ले अपना रिश्ता……* *नाम देंगे तो दुनिया बदनाम कर देगी…..!!*
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *