एहसान जताना जाने कैसे सीख लिया.. मोहब्बत जताते तो कुछ और बात थी।
ज़िंदगी एक सेल्फ़ी जैसी होनी चाहिये, जो कभी कभी Clear ना दिखे, लेकिन Smile हमेशा देती रहे,,
Koi Ahsaan nahi kiya Tune meri Zindagi main aaker, Kyun KE Maine tuje Chaha ta Saare logon se Churaker…
हम जिस्म को नही रूह को वश मे करने का शोक रखते है
बिछड़ों को मिलाते मिलाते न जाने किसकी नज़र लग गयी, की आज हमें मिलाने वाला कोई नहीं है।
“”कुछ तो रहम कर ए-संग दिल सनम, इतना तङपना तो लकीरों मे भी न था..
अक्सर वक्त पडने पर वो ही साथ छोडते है…😓 जिनपर सबसे ज्यादा भरोसा होता है…
बस एक चेहरे ने तन्हा कर दिया हमे वरना हम खुद महफिल हुआ करते थे
-Ghar Mera Kash Tere Ghar Kay Barabar Hota, Tu Na Aata Terii Aawaz To Aya Kartii .. ‘
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