मेरी कोशिश हमेशा से ही नाकाम रही पहले तुजे पाने की अब तुजे भुलाने की.
~अब भी रोज तुम्हारे स्टेट्स पर एक नजर मार लेता हूं,, ये सोच कर शायद तुमने मेरे बारे में भी Continue Reading..
इतनी ठोकरे देने के लिए शुकरि्य़ा ‘ऐ’ जिन्दगी…. चलने का ना सही….. सम्भलने का हुनर ताे आ ही गया….
न जाने जिंदगी का,ये कैसा दौर है इंसान खामोश हैं और ऑनलाइन कितना शोर है…
जब आपकी ज़रूरतें कम होंगी , तब आपको ज़रुरत से ज़्यादा मिलेगा …
मुझे मालूम था कि वो रास्ते कभी मेरी मंजिल तक नहीं जाते थे .. फिर भीमैं चलता रहा क्यूँ कि Continue Reading..
बड़े अजीब से हो गए रिश्ते आजकल.. सब फुरसत में हैं पर वक़्त किसी के पास नही
कल जिनकी खातिर तोड दी थी हमने सारी हदे आज उन्होने ही कह दिया जरा हद मे रहा करो
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी, उसमे हलकी सी लकीर मेरी भी थी।
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