मेरी कोशिश हमेशा से ही नाकाम रही पहले तुजे पाने की अब तुजे भुलाने की.
मर जाने के लिए थोड़ा ज़हर काफ़ी है, मगर जीने के लिए काफ़ी ज़हर पीना पड़ता है।
हर बार किस्मत को दोष देना अच्छी बात नही कभी-कभी हम भी हद से ज्यादा माँग लेते है
दिल की बात साफ़ साफ़ बता देनी चाहिए ,,,, क्योंकि बता देने से फैसले होते हैं और ना बताने से Continue Reading..
नही है मेरे पास दोलत का ढेर, . पर प्यार से पूरी दुनिया खरीदने की औकात रखता हूँ
मेरी कहानी तुम सुन सको…!!! . . इतने आँसू कहाँ हैं तुम्हारे पास…!!!
ऐ चाँद तू किस मजहब का है . ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो मेरे साथ… उसने भी हँस के कहा….दूसरा कौन है तेरे साथ
हाथ मे बस एक ‘बासुँरी’ कि कमी है वरना, गोपिया हमने भी कई ‘फसाई’ है..!!
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