किसी से कुछ नही कहूंगा में देख लेना एक दिन यूँही मर जाऊंगा में
हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो ग़म मिलते हैं, हम इसी वास्ते, अब हर शख्स से कम मिलते हैं
~ Waqt Sab Kuch Cheen Leta Haii, Yeh Toh Phir Ek Muskurahat Thii .. ‘
“मुझसे जब_भी मिलो तो नजरे उठा_के मिला_करो, मुझे_पसंद है अपने_आप को आपकी_आँखो मे देखना”
इतने जालिम न बनो कुछ तो दया सीखो, तुम पे मरते हैं तो क्या मार ही डालोगे।।
Kuch wqt ki rwaani ny hmain yon bdl diya.. Wafa PR ab bhi qaym hain mgr muhabbat chor di hum Continue Reading..
ज़िन्दगी तो बेवफ़ा है एक दिन ठुकराएगी…!!! . . मौत महबूबा है अपने साथ लेकर जाएगी…!!!
मैं रोज अपने खून का दिया जलाऊँगा, ऐ इश्क तू एक बार अपनी मजार तो बता
Kaam aisa karo ki naam ho jaye, ya phir, Naam aisa karo ki sunte he kaam ho jaye…!
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