पत्थर समझ कर हमे मत ठुकराओ कल हम मंदिर मे भी हो सकते है
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है बस कभी भूलने की बात मत करना
Log Doosro ki Burayiya Chupana Nahi Chahte Aur Apni Dikhana
नहीं चाहिए कुछ भी तेरी इश्क़ कि दूकान से, हर चीज में मिलावट है बेवफाई कि..
दुश्मनी जम कर करो लेकिन इतनी गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जायें तो शर्मिंदा कोई न हो..
~Izhar’E-Ishq Me Aiisa Hua Kuch Wo, Dil Ka Haqdaar To Hua Lekin Mera Naa Hua .. ‘
जो मेरी आँखो मे पलको पे रहता था, आज काजल लगाया तो बहुत याद आया।
क्या करामात है कुदरत का जिन्दा इँसान पानी मे डुब जाता है और मुर्दा तैर के दिखाता है
वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए.. मैं मरता ही क्यूँ अगर वो थोडा रो देती मुझे Continue Reading..
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