मजबुरीयां तुमहारी थी और देख …!! तनहा हम हाे गऐ
तरस जाओगे मेरे लबोँ से सुनने को एक लफ्ज, प्यार की बात तो दूर, हम शिकायत भी नही करेगे
रिश्तेदारी की शादी में मिलने वाले पैंट शर्ट का कपड़ा इधर से उधर घूमता ही रहता है सिल नहीं पाता
बहुत शख्स मिले जो समझाते थे मुझे…. काश…कोई मुझे समझने वाला भी मिलता….
~ Hum Se Bichar Kar Ab Wo Khush Rehte Hain Afsos! K Hum Ne Unki Khushi Cheen Rakhi Thi .. Continue Reading..
मैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब… ये भी न सोचा के एक दिन अपनी साँस भी Continue Reading..
आज मैंने दिल को थोड़ा साफ़ किया,❤ कुछ को भूला दिया, कुछ को माफ़ किया!!
Roz Khawabon K Jazeeron Me Nikal Jata Hun Tujh Se Milne Ki Nayi Raah Nikali Mene…
एक दिन हम एक-दुसरे को यह सोच कर खो देगे, कि वो याद नही करता तो मै क्यो करू
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