मजबुरीयां तुमहारी थी और देख …!! तनहा हम हाे गऐ
कहता है इबादत करता हूँ पर दिल की जगह जुबा से काम लेता हूँ
हर यार – यार नहीं होता.. हर यार वफादार नहीं होता.. दिल आने कि बात है.. नही तो सात फेरो Continue Reading..
Ungliyan thak gayi patthar tarashte tarashte, Jab surat bani yaar ki toh kharidaar aa gaye..
कुछ इस तरह से जिंदगी को आसान कर दिया … किसी को अनफ्रैंड तो किसी को ब्लॉक कर दिया
Itna asaan nahin tha mujh ko bhulaana, Uss ne khud ko ganwaa diya ho ga..
दोपहर तक बिक गया बाजार का हर एक झूठ , और मैं एक सच लेकर शाम तक बैठा
ऐ खुदा हिचकियों में कुछ तो फर्क डालना होता अब कैसे पता करूँ कि कौनसी वाली याद कर रही है
अब कहा जरुरत है हाथों मे पत्थर उठाने की, तोडने वाले तो जुबान से ही दिल तोड देते हैं
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *