लोग तो वही रहते है बस वक्त के साथ उनका बर्ताव बदल जाता है
Thak gaya hun main dard chhupate chhupate, Aur log kehte hain main muskurata bahut hun
Humne har dukh ko Mohabbat ki Inayat samjha.. Ham koi tum the, Kya jo Shikayat karte.
मुमकिन नहीं है हर रोज मोहब्बत के नए किस्से लिखना, मेरे दोस्तों अब मेरे बिना अपनी महफ़िल सजाना सीख लो।
मुस्कुरा के देखो तो सारा जहाँ रंगीन है। वर्ना भीगी पलकों से तो आईना भी धुंधला दिखता है।।
नही थी मेरे हाथों में उसे पाने की लकीर चीर दिया पूरा हाथ एक लकीर बनाने के लिए
काम ऐसा करो की नाम हो जाए । या फिर नाम ऐसा करो की सुनते ही काम हो जाए ।।।
ना चंपा ना पारो आपना तो एक ही ऊसूल है हर लडकी पे लाईन मारो…
हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो। Continue Reading..
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *