हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं, हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर…
अब खा ले कुछ तू भी बहुत भूखी होगी,,,, देख चाँद आया है फलक पर मोहब्बत बनकर ।।।
मेरे दर्द को रोज सुनते हो आप, आज आप कुछ लिखो मैं सुनूंगा
चाँद तारों में नजर आये चेहरा तेरा… जब से मेरे दिल पे हुआ है सनम पहरा तेरा.
Khaak mutthi mein liye Qabar ki yeh sochta hun.!! “dost” Insan Jo Mrty Hain to”Groor Kahan Jata hai….?
Tujhe Pa Naa Sake To Sari Zindagi Tujhe Piyar Karenge, Yeh Zarori To Nhi Jo Mil Naa Sake Usey Choor Continue Reading..
झूठ कहूँ तो लफ़्ज़ों का दम घुटता है, सच कहूँ तो लोग खफा हो जाते हैं..
Hote hain shayad sirf nafrat mein hi pakke rishte, Warna ab to tan se libaas utarne ko mohhabat kehte h
Tujhse judaa judaa huaa main judaa hua, Mujhse khafa khafa yahan mera khuda hua
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *