Preet Singh 3 Comments भूले हैं रफ्ता-रफ्ता उन्हें मुद्दतों में हम, किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हम से पूछिए. Copy
Bilkul sahi
सरा सर bewakufi hai
Q ki jindagi milegi na dubara
Too gud …i like it