वो सामने आये तो अज़ब तमाशा हुआ;
हर शिकायत ने जैसे ख़ुदकुशी कर ली।
तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम…. प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..
हर बार किस्मत को दोष देना अच्छी बात नही कभी-कभी हम भी हद से ज्यादा माँग लेते है
Ungliyan thak gayi patthar tarashte tarashte, Jab surat bani yaar ki toh kharidaar aa gaye..
आज गुमनाम हूँ तो ज़रा फासला रख मुझसे… कल फिर मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता निकाल लेना..!!
क्या खूब मेरे क़त्ल का तरीका तूने इजाद किया.. मर जाऊं हिचकियों से, इस कदर तूने याद किय
~Meethi Neend, Sukoon Aur Raahat Sab Kuch Ishq Se Pehle Hi Tha ..’
हम तो खुशियाँ उधार देने का कारोबार करते हैं, कोई वक़्त पे लौटाता नहीं, इसलिए घाटे में हैं !!
Mujhko Mujh Mein Jagha Nahi Milti, Tu Hai Maujood Iss Qadar Mujhe Mein.
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