हम गुम थे एक खयाल में इस कदर खुद को ढूंढने का वक्त ही नहीं मिला
अब हर कोई हमें आपका आशिक़ कह के बुलाता है इश्क़ नहीं न सही मुझे मेरा वजूद तो वापिस कीजिए Continue Reading..
Khaak mutthi mein liye Qabar ki yeh sochta hun.!! “dost” Insan Jo Mrty Hain to”Groor Kahan Jata hai….?
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी, और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ..!
किसी को भूलने की कोशिश ना करना कभी, ये दवा जख्मो को और भी हरा कर देती है…!!
फासले कहाँ मोहब्बत को कम कर पाते है ,,,,, बिना मुलाकात के भी कई रिश्ते ,अक्सर साथ निभाते है।
जरूरी नही हर ख्वाब पूरा हो… सोचा तो उसे ही जाता है जो अधूरा हो….”
तेरी जगह आज भी कोई नहीं ले सकता , पता नहीं वजह तेरी खूबी है या मेरी कमी..!!
Hote hain shayad sirf nafrat mein hi pakke rishte, Warna ab to tan se libaas utarne ko mohhabat kehte h
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